Sunday, November 21, 2010

आदर्श दिनचर्या

Work is on progress  on this post  still you can try to follow a good daily routine starting with following ideal time of waking up and sleeping ...........

 रात को 10 बजे तक सो जाएँ
 कारण : क्योंकि सुबह जल्दी उठाना है . अगर जल्दी नहीं सोओगे तो नींद पुरी नहीं होगी और अगर नींद पूरी
नहीं हुई तो जल्दी नहीं उठा जायगा , अगर जल्दी उठ भी गए तो सारा दिन नींद आती रहेगी

ब्रह्म  महूरत  में उठे  4 से 5 के बीच 
कारण :  According to Vedic astrology, the day is divided into 30 periods called muhurtas. The brahma-muhurta begins 1 hr 36 minutes before sunrise and lasts for 48 minutes.     Wherever you might reside in the world, it is easy to calculate the whole year’s brahma muhurtas. Sunrise charts are easily available these days from the internet, and simple mathematical calculations can be made.
                              
                   Every person in this world must have heard this famous saying that “early to bed and early to rise makes a man healthy, wealthy and wise”. This saying is time tested and very much acceptable fact worldwide. Ayurveda has strictly recommended special time (brahma-muhurata) which means an auspicious time for rising up in morning. Ayurveda has recommended that a person should wake up about one and a half hour early before the sun rise. 
                      This time is called brahma muhurat as this is time very suitable of attaining bharam gyan (meditation and self analysis). This time is considered the best time for acquiring supreme knowledge and eternal happiness. According to today’s era, time between 4 to 6 A.M. is said to be brahma muhurat. According to rishi sushurut this time is also called as nectar time (amrit bela) as is best time for offering prayers to God and studying. This time is so called as environment is pure and calm, breeze is nice and soothing, and mind is fresh after sleep, nice light which is cool and refreshing. More over Athrava Veda mentions this time very good for remaining healthy and away from diseases. In this period, mind can easily concentrate on mediation, prayers and studies. Mediation at this time improves mental performance thus helps in increasing satva guna therefore subduing mental irritation or hyperactivity and lethargy ness which is contributed by rajas and tamas gunna.
                               Early morning according to ayurveda is a vata dominating period. Vata dosha is helpful in promoting body movements both internal and external and thus helps in easy evacuation of bowel. It is advice to get fresh through from this urge and then indulge in mediation.



ब्रम्ह महूरत का महत्व
importance of bharama muhurta
http://www.youtube.com/watch?v=br-BggPhkQ8



उठते ही ईश्वर /अल्लाह  को याद करे
कारण : क्योंकि उसने हम को वो काम करने के लिए एक और दिन दिया है जिसके लिए उसने हमे धरती पर भेजा है

अपने  माता पिता और  गुरु को मन में याद करे ( अगर साथ रहते हो तो उनके चरण छूए )
कारण : क्योंकि माता पिता हम को जन्म देते हैं और कुछ महान काम करने के लायक बनाते हैं और गुरु हमको सही मार्ग पर चलने का ज्ञान देते  हैं

अपने हाथो की  हथेलियों को देखे
कारण : इन्हें हाथो से हमको वो काम करने हैं जिनसे सबका भला हो , ये हाथ हम को अपने फर्ज को याद दिलाते हैं

 धरती माँ को प्रणाम करे
कारण :हम इसी मिटटी से जन्मे हैं और अंततः इसी में वापस मिलने वाले हैं ये याद  रखने  के लिए


उठकर शीशे में अपना  मुंह देखे
कारण :कभी कभी शरीर में कोई बीमारी होने में मुंह पर आँखों के पास सुजन आ जाती है , ये शरीर में होने वाली बीमारी के प्रारंभिक लक्षण हो सकते हैं और हम समय रहते अपने खान पान आदि को सही कर के व् डॉक्टर आदि की  मदद से बीमारी शरू होते ही इलाज के उपाय कर सकते हैं

ताम्बे के बर्तन में रात का रखा  बासी  3-4 गिलास पानी उकडू बैठ कर घूँट घूँट कर के   पीयें 
कारण :सुबह उठते ही  बिना कुल्ला किये पानी पीने ( उषापान ) से शरीर की 40  से भी  अधिक बीमारिया ठीक हो जाती हैं.   click here for Details of water therapy and list of diseases
ताम्बे के बर्तन का कारण : ????????
उकडू बैठ कर  पीने का कारण : इस से जोड़ों का दर्द  (Arthritis)    नाम का  रोग नहीं होता
बिना कुल्ला किये पानी पीने का कारण : रात भर मुहं में एक पदार्थ (क्षार ) तयार हो जाता है जो  पानी पीने पर पेट के अंदर के अम्ल को शांत कर देता है और पेट में एसिडिटी  नहीं होती .


शोच के लिए जाएँ 
कारण : सुबह का समय मल त्याग के लिए सर्वोतम होता है क्योंकि देर से जाने पर  मल शरीर में सड़ने लगता हैं . जो जितनी जल्दी मल त्याग कर बाहर आ जाता है वो उतना ही  स्वस्थ हैं . शोचालए में जितनी ज्यादा देर लगेगी पाचन तंत्र उतना ही गड़बड़ हैं

शोच के समय मुंह बंद रखे और जाड दबा कर रखे
 कारण :???????

मुहं में पानी भर कर आँखों पर पानी के छींटें मारें
 कारण :कभी भी कोई नेत्र विकार नहीं होगा


शोच के बाद पैरो को धोये
 कारण : ????????



व्यायाम व् योग अभ्यास करे
कारण : ???????????

शरीर की  सरसों के तेल या कच्चे दूध से या उबटन से रगड रगड कर शरीर की मालिश करे
कारण : पुरे शरीर में रगड रगड कर मालिश करने से शरीर में रक्त का संचार बढ़ जाता है और शरीर के एकुप्रेसर  के पॉइंट दब जाते हैं और शरीर को उर्जा मिलती है और आने वाली छोटी मोटी बीमारियाँ आने से पहले ही दूर हो जाती है


स्नान करे
कारण : ????

बैठ कर ही भोजन करे  और भोजन मंत्र पढ़ें
कारण :बैठ कर भोजन करने से वायु रोग नहीं होते

भोजन करने से पूर्व का मंत्र

 ''ओ3म् अन्नपतेSन्नस्य नो देह्यनमीवस्य शुष्मिणः |
प्र प्रदातारं तारिष ऊर्ज्जं नो धेहि द्विपदे चतुष्पदे ||''
                                                - यजुर्वेद 11/83
भावार्थ :  हे प्रभु! हम आज के उत्तम भोज हेतु  आपके आभारी हैं।यह भोजन हमारे शरीर ,मन-मष्तिष्क और आत्मा हेतु शुभ एवं कल्याणकारी हो। इस चराचर जगत के सभी प्राणियों को सभी समय पर्याप्त भोजन की प्राप्ति हो हम ऐसी प्रार्थना करते हैं।
 
Meaning: Dear God! Thanks for giving us food today. May this food be (nourishing) good for my body, mind & Soul! Please provide food & peace to all people, animals & all creatures, at all times.
भोजन के बाद कुल्ला कर के मुहँ व् दांत साफ़ करे
कारण : दांतों के बीच फंसा खाना मुहं में ही सड़ने लग जाता है और मुहं की  दुर्गन्ध व् दांतों के कीड़े लगने के तयारी शरू हो जाती है


भोजन के बाद पेशाब  करे
कारण : ????


भोजन के बाद एक घंटे तक पानी ना पियें
कारण : पेट की जठराग्नि  भोजन को पचाने के लिए जरुरी होती है जो की भोजन के तुरंत बाद पानी पीने से शांत हो जाती है. और भोजन ठीक से पच नहीं पता    

दिन भर में 5 लीटर पानी पीएं 
कारण : पेशाब के साथ शरीर के जहरीले रसायन शरीर से बाहर निकल जाते हैं , अगर  पेशाब बदबूदार या रंग वाला है तो पानी की मात्र और बढ़ा दे 

अपना सिर पूर्व या दक्षिण दिशा में ही कर के सोयें
कारण :



रात को 10 बजे तक सोते समय योग निद्रा में सोयें
कारण : क्योंकि सुबह जल्दी उठाना है . अगर जल्दी नहीं सोओगे तो नींद पुरी नहीं होगी और अगर नींद पूरी
नहीं हुई तो जल्दी नहीं उठा जायगा , अगर जल्दी उठ भी गए तो सारा दिन नींद आती रहेगी
योग निद्रा में सोने से आप 6 घंटे की नींद एक घंटे में भी पूरी हो जाती हैं . सोते समये बुरे सपने नहीं आते . भगवान को याद करते हुए एक सात्विक नींद ले . इसके लिए मोबाइल में ये विडियो डाउनलोड कर के डाल ले और निर्देशों का पालन करते हुए योग निंद्रा  का आनंद ले .